ग्रामीण महिला व बालक विकास मंडल(जीएमबीवीएम)
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जीएमबीवीएम की प्रमुख विशेषताएं
- वर्ष 1989 में बॉम्बे ट्रस्ट अधिनियम के तहत पंजीकृत ट्रस्ट
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंक मैनेजमेंट (एनआईबीएम) द्वारा गठित
- अध्यक्ष और बोर्ड ऑफ ट्रस्टी में बैंक, एसएचजी सदस्य और स्टाफ के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
- ट्रस्ट का कार्य 95 समर्पित व्यक्तियों द्वारा किया जाता है जो समन्वयक के रूप में काम करते हैं
- न लाभ और न नुकसान की विधि के आधार पर
अन्य विशेषताएं
- एसएचजी के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना।
- आय सृजन गतिविधियों के लिए माइक्रो क्रेडिट की व्यवस्था।
- बैंक ऋण के रूप में 365.08 करोड़ रूपये के साथ 6256 एसएचजी की स्थापना और 4904 समूहों से जुड़े ऋण
- महाराष्ट्र सरकार द्वारा ट्रस्ट को प्रदत्त एनजीओ की स्थिति
- नाबार्ड ने वर्ष 2004-05 और 2005-06 हेतु सर्वोत्तम एनजीओ के लिए राज्य स्तरीय ट्रॉफी प्रदान की ।
महिला एसएचजी द्वारा की गई गतिविधियां
- आचार, पापड़, सेवई का उत्पादन
- मिट्टी के बर्तनों, मूर्तियाँ, केन के समान, कढ़ाई का काम, अगरबत्तियॉं बनाना
- कृषि उत्पादन और वर्मी कंपोस्ट की पैकिंग और बेचना
- मोमबत्तियां, हाथ से बने पेपर और कपड़ा बैग बनाना
- बाजार के साथ टाई अप से गार्मेंट का उत्पादन
भविष्य की परियोजनाएं
- विकास परियोजना को वित्त पोषण के लिए भारतीय गैर सरकारी संगठनों के साथ पंजीकृत प्रमुख कॉर्पोरेट्स से संपर्क करना
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र और अन्य बैंकों के लिए एसएचजी गठन, क्रेडिट लिंकेजों का संचालन करना
- नाबार्ड की भागीदारी के साथ एसएचजी बैंक लिंकेज के तहत नया प्रस्ताव।
- पुणे जिले में तालुका स्तर पर मार्केट आउटलेट खोलने का प्रस्ताव